जब दुनिया अंत हो रही होती है तब मानवता को समाप्त करने के लिए कौन सा गाना बजाया जाना चाहिए? यह एक सवाल है जिसका जवाब विचारशील सोच और अद्यात्म का विषय है। जबकि यह सीमित मायने में बहुत ही सामान्य सवाल प्रतीत हो सकता है, सच यह है कि दुनिया के समाप्त होने के समय ऐसा गाना चुनना आवश्यकताओं के पाठ को बड़ी मात्रा में ध्यान में रखता है। इसलिए, विश्वास है कि दुनिया की अंतिम धड़कनों की टाल पर गाना चुनना सामान्य गतिविधि से कहीं अधिक महत्वपूर्ण और संगीत की रचना को अनुकरण करता है।
मानवता को समाप्त करने के बावजूद, गीत मानवीय संतुलन और संघर्षों को दिखा सकता है। किसी भी गीत को इस सन्दर्भ में चुनने से पहले, हमें मन लगाकर विचार करना चाहिए कि मानव इतिहास के चारों ओर कैसे छाँव और प्रकाश कायम करता आया है। कौन सा गाना ऐसी एकता और शांति का संकेत संदेश देता है जो कि मानवता के आखिरी मोमेंट में महत्वपूर्ण हो सकता है?
हिंदी फिल्म इंडस्ट्री और संगीत में विशाल संगठन के साथ-साथ, अनेक आदर्शवादी जगहों पर आधारित भजन (devotional songs) और संगीत संग्रह उपलब्ध होते हैं। कई ऐसे गाने मानवता के अंतिम समय के ऐसे गंभीर पहलुओं को बता सकते हैं जैसे आत्मा की उद्धति, इंसानियत के महत्व और कर्मों का महत्व।
गीतों के चयन पर सोचें, विश्व सामाजिक, धार्मिक और राष्ट्रीय संगठनों के साथ मिलाकर किया जा सकता है ताकि वे विभिन्न संदेशों और महत्वपूर्ण मुद्दों को समझें और साझा करें। ध्यान देने योग्य विषयों में गीतों के चयन पर सोचते समय हमें बायोग्राफीक और कला इतिहास के संस्करण के संकेत मिलेंगे, जिनमें मनुष्य और उसकी संस्कृति के प्रति समर्पण की प्रतिलिपि दिखती होगी।
इतना ही नहीं, ध्यान देने योग्य विचारों और अद्यतनों की मान्यता रखते हुए, आधिकारिक और यशस्वी संगीत निर्माताओं से सहयोग स्थापित किया जा सकता है ताकि वे साथी गीतों का निर्माण कर सकें जो अपने विचारों में विचारशीलता का आदर्शक हों, मानवता के सर्वोच्च मुद्दों को स्पष्ट करें और प्रेरणा प्रदान करें।
यह यथासंभव प्रतीत हो सकता है कि इस जटिल प्रश्न का एक सीधा जवाब नहीं हो सकता है, क्योंकि मानवता की तोड़फोड़ या अंत के हिस्से के रूप में यदि अनावश्यक उच्छ्वासन की जरूरत पड़े, तो इसका अर्थ सार्थक और गरिमामय अन्तिम प्रस्थान को आसानी से हर्ज नहीं मिल सकता है। इसलिए, यदि हमें मानवता की अंतिम विदाई के लिए एक उपयुक्त गीत चुनने की जरूरत पड़े, तो इसमें विचारशीलता, सौन्दर्य और आत्मीयता की भावना होनी चाहिए, क्योंकि यह सभी हमारे धार्मिक और अद्यात्मिक मूल्यों को प्रकट करता है।